“हिल स्टेशन के नाम से जाना जाने वाला
इगतपुरी का वास्तव में अलग अनुभव है
पर्वतीय इलाकों में बसा यह शहर
सुंदरता से लबालब जगमगाता हुआ सौंदर्य है”
घुमक्कड़ी को देश दुनिया और आत्ममंथन के लिए एक वरदान माना गया है। कई सालों से घुमक्कड़ी मनुष्यों के जीवन का एक अमूल्य हिस्सा रही है, और जिज्ञासा का एक उत्तम विकल्प रही है। देश और दुनिया घूमने की चाह एक आम इंसान को बनाती है विश्व विजेता और अनुभव का भंडार और ऐसी ही कुछ जगह में समय बिताने, छुट्टियां बिताने लोग हर साल जाते है भारत भ्रमण पर, तो वहीं कुछ लोग जाते है विदेश भ्रमण में और लुत्फ उठाते है जिंदगी का। और हर साल एक्सप्लोरेशन में अपना लाखों रुपए खर्च कर देते हैं।
अब आपको एक्सप्लोरेशन, जिज्ञासा के चलते विदेश जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि हम भारत में ही दिखाएंगे कुछ ऐसी जगह है जहां इंसान के क़दम बहुत कम पड़े है और ये जगह अभी पूरी तरह से एक्सप्लोर नहीं हुई है साथ ही ये वो जगह है जहां आपको विदेश भ्रमण करने वाले कुछ स्थानों की कमी महसूस नहीं होगी और लगेगा की ये तो बिल्कुल भी कहीं से कम नहीं है।
इगतपुरी
ऐसी ही एक जगह है अपने देश में जिसे इगतपुरी कहते हैं, जो की महाराष्ट्र के नासिक से कुछ दूरी पर स्थित एक बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है। मै दावे के साथ कह सकता हूं अगर आप महाराष्ट्र के नहीं है तो इस जगह का नाम आपने पहली बार सुना होगा।
दुनियां भर के टूरिस्ट प्लेस, बेहद घूमे जाने वाले बेहद प्रचलित, भारतीय शहरों की चकाचौंध से दूर इगतपुरी आपकी घुम्मकड़ी के लिए एक पैसा वसूल और तन मन को सुकून देने वाला स्थान साबित होगा।
चारों ओर से हरियाली से घिरा, छोटी छोटी घाटियों की खूबसूरत मालाओं से सुशोभित, साफ सुथरी नदियों से सीचा जाने वाला और शानदार पहाड़ियों, झरनों व बगीचों से सम्पन्न ये शहर अपनी छटा पूरे महाराष्ट्र में बिखेरे है।
विभिन्न प्रजातियों के जीव जंतु पंक्षी की चहचहाट से कलकल करता ये शहर भारत का एक बेहद कम एक्सप्लोर शहर है जहां जाना आपको बाली से कम फीलिंग नहीं देगा और आप कहोगे कि ये तो बाली में आ गए।
प्रमुख शहरों से दूरियां
मिनी बाली यानी अपना इगतपुरी महरास्ट्र का एक बेहद कम आबादी वाला और बहुत कम प्रचलित शहर है जो अंडररेटेड और चर्चा हीन रह गया लेकिन इसकी खूबसूरती इसको एक बेहद लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक बना सकती है। एक घुमक्कड़ और एक जिज्ञासु व्यक्ति के लिए यह एक अच्छा विकल्प है।
मुख्य रूप से कई बड़े शहरों से आपको इगतपुरी तक कि डायरेक्ट ट्रेन या बस मिल जाएगी। कुछ शहरों से वाहन बदलने की आवश्यकता पड़ेगी। फ्लाइट से इगतपुरी का सबसे करीबी एयरपोर्ट मुंबई पड़ता है वहां से रेंटल टैक्सी या बस से आप लगभग तीन घंटे में इगतपुरी आसानी से पहुंच सकते है।
- राजधानी दिल्ली – 1327 किलोमीटर ( 24 घंटे ) आगरा मुंबई हाईवे
- मुम्बई – 120 किलोमीटर ( 3 घंटे ) NH 160
- नासिक – 45 किलोमीटर ( 1 घंटे )
- लखनऊ – 1260 किलोमीटर ( 22 घंटे ) आगरा मुंबई हाईवे
- कोलकाता – 1825 किलोमीटर ( 39 घंटे ) NH 53
- कानपुर – 1770 किलोमीटर ( 21 घंटे ) आगरा मुंबई हाईवे
- भोपाल – 655 किलोमीटर ( 12 घंटे ) आगरा मुंबई हाईवे
- बैंगलोर – 1078 किलोमीटर ( 19 घंटे ) NH 48
इगतपुरी पर्यटन
“इगतपुरी की वादियों में, घूमता फिरता ये मन,
बादलों की छाया में, लहराता हर इंजन।
शांति की तलाश में, यहाँ आता हर यात्री,
चिंता भूल जाता है यहाँ बिता कर एक ही रात्रि ।”
बात करें इगतपुरी पर्यटन की तो इगतपुरी में आपको धार्मिक दर्शन से लेकर प्राकृतिक खूबसूरती, और ऐतिहासिक जगहों को देखने और एक्सप्लोर करने को मिल जाएंगे। इसके साथ ही यहां ठहरने की भी व्यवस्था मिल जाएंगी जो अभी अनेक्सप्लोर स्थल होने के कारण बेहद आलीशान नहीं होगी लेकिन काम चलाऊ होगी।
साथ ही खाने पीने के लिए स्ट्रीट फूड्स, मार्केट्स आदि यहां आपको मिलेंगी कम भीड़भाड़ वाली यह जगहें आपको आपकी लाइफ का बेस्ट अनुभव कराएंगी और आपका दिल कहेगा खोल सोशल मीडिया और बता दे जमाने को की एक बाली हमारे पास भी है।
रेलवे डैम
रेलवे डैम
चारों तरफ चुंबकीय घाटियों के बीच रेलवे लाइन के करीब स्थित यह एक अद्भुद जगह है और यहां पर एक लेक है जहां लोग फिशिंग करने मछलियों को दाना खिलाने और विभिन्न प्रकार के पंक्षियों को देखने आते है यहां आते ही आपका मन स्थिर हो जाएगा।
त्रिंगलवादी फोर्ट
त्रिंगलवादी फोर्ट
चूंकि यह वर्षावन रिसॉर्ट्स के नजदीक है, इसलिए आप कुछ दिनों के लिए यहां रूक भी सकते है, खूबसूरत गुफाएं और प्राचीन किला यहां से नजदीक ही है, किले के नीचे त्रिंगलवाड़ी बांध आपको देखने मिलेगा जो बेहद खुबसूरत नजारा देता है। बोध घाटी रिसॉर्ट्स की काया नौकाएं और नौकायन नौकाएं यहां आपको मिलती है, चंद पैसों में आप इसका आनंद ले सकते हैं, यहां से सभी दृश्य शानदार होटें है, सभी 4 तरफ सह्याद्री पर्वत दिखेगा, जिनपर आप एक अद्भुद एडवेंचर का आनंद उठा सकते हैं, और अपने मन मुताबिक इस जगह को एक्सप्लोर कर सकतें है। यहां से कलसुबाई चोटी के दर्शन भी आपको हो जायेंगे।
पांडव लेनी
पांडव लेनी
पांडवलेनी गुफाएं, नासिक में स्थित है, जहाँ कोई भी वास्तुकला प्रेमी प्रसन्न होगा। त्रिवाष्मी हिल्स के पठार पर बसे, पांडवलेनी गुफाएं 20 से अधिक सदियों पुरानी है। गुफाओं की संख्या चौबीस है और जैन राजाओं द्वारा निर्मित मानी जाती है। हर गुफा में वास्तुकला का अनोखा नमूना दिखने मिलता है। कथित तौर पर यह एक पवित्र स्थान है जहां आध्यात्मिक नेताओं से उनके शिष्यों और अनुयायियों ने मुलाकात की थी।
कैमल वैली
कैमल वैली
भटसा रिवर वैली पॉइंट से 1 किमी और इगतपुरी रेलवे स्टेशन से 4 किमी की दूरी पर, कैमल वैली व्यूपॉइंट इगतपुरी में स्थित एक सुविधाजनक स्थान है। मुंबई-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित, यह इगतपुरी में शानदार दृश्यों में से एक है और इगतपुरी यात्रा के दौरान इस स्थान को अवश्य शामिल करना चाहिए।
केमल घाटी वास्तव में एक गहरी व सुंदर घाटी है, और शहर के सबसे आश्चर्यचकित रहस्यों में से एक है। सुरम्य भातसा नदी घाटी के पास स्थित, घाटी का नाम चट्टानी श्रंखलाओं और कलाकृतियों से पड़ा है जो ऊंट के सिर या कूबड़ जैसा दिखता है। देखने के बिंदु से, घाटी और उसके आसपास के लुभावने पैनोरमा को देखा जा सकता है। घाटी का प्रमुख आकर्षण गर्जन वाला जलप्रपात है जो लगभग 1,000 फीट की ऊंचाई से नीचे गिरता है।
भवाली बांध/ गांव
भवाली बाँध
भवाली गांव इगतपुरी में मुंबई-नासिक हाईवे से करीब 15-20 मिनट की दूरी पर स्थित है।
जैसे ही आप गांव में प्रवेश करते हैं, अपको लगेगा आप पृथ्वी पर स्वर्ग में प्रवेश कर रहें हैं। गाँव का प्रवेश द्वार पर एक पहाड़ी पर हल्की चढ़ाई है, जिसके किनारे कुछ बेहद सुंदर झरने हैं।
ऊपर दिखते हैं सुन्दर फूलों के प्राकृतिक बागान और जैसे-जैसे आप गहराई में जाते हैं, आप महसूस करते हैं कि यह जगह प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है, हर आधा किलोमीटर पर एक झरना, बांध के अति सुंदर दृश्य, बहुत सारी प्राकृतिक धाराएँ और चारों ओर बहता पानी, हरी-भरी हरियाली और स्वच्छ हवा आपको कहेंगी रुको गाड़ी धीमी करो और ऐसे ही आगे बढ़ते रहो, ताकि तुम उस सुंदरता को चारों ओर से अधिक से अधिक प्राप्त करते रहो।
इस जगह की यात्रा करने का सबसे अच्छा समय मानसून होना चाहिए, और आपको मानसून में इस जगह आकर एक बार तो इस सफर की आगोश में आना ही चाहिए। यह जगह आसानी सा पर्यटकों के दिल में जगह बनाना जानती है।
भरवार वाटरफॉल्स
ये एक छोटा सा झरना है जो आस पास बागानों से घिरा हुआ है और अभी पूरी तरह से अज्ञात जगह है यहां पर बैठ कर आप असीम कृपा का और अपने अंदर की शक्ति का अनुभव कर पाएंगे क्योंकि इस जगह पर आधुनिकीकरण और मनुष्य के हस्तछेप के कोई निशान नहीं है।
अशोक वॉटरफॉल
अशोक वॉटरफॉल
चारों तरफ कटीली पहाड़ियों के बीच गहराई में बने हुए नेचुरल पूल और उनके झरनों से सीधा संबंध, इमेजिन कीजिए ऐसी जगह पर आपको कैसा महसूस होगा।
दूध की तरह सफेद और साफ पानी पक्षियों कि जोरदार आवाजे, शानदार प्रकृति के असीम ख़ूबसूरती से टकरा के आती हुई चंचल सुगंधित हवा और उस पर मिट्टी की खुशबू का जों मिलाप होता है वो मिलाप आपको कैसा अनुभव देती हैं ये तो आपको यहां आके ही पता चलेगा।
इस वाटरफॉल्स का असल नाम बिहीगांव वॉटरफॉल है, चूंकि यहां पर साहरूख खान की फिल्म की शूटिंग हुईं थी, इसलिए इस जगह को यहां के लोकल लोग अशोका वाटरफॉल्स के नाम से पुकारते हैं।
कसारा घाट
कसारा घाट
कसारा घाट मराठी लोगों के बीच या युं कहें महाराष्ट्र के लोगों के बीच थोडी कम चर्चित जगह है, असल में कसारा घाट एक गांव है और यहां के बारे में काफी भय कथाएं प्रसिद्ध है इस जगह को हांटेड रोड भी कहा जाता है ये जगह इगतपुरी से नासिक के बीच पड़ती है। अब कितनी हकीकत है कितना फसाना ये तुम यहां आकर खुद जान जाना।
विप्पस्सन्ना मेडिटेशन सेंटर
विप्पस्सन्ना मेडिटेशन सेंटर
विप्पस्सन्ना मेडिटेशन सेंटर एक ऐसी प्रसिद्ध जगह और ऑर्गनाइजेशन है जो आपके जीवन को इतना शांत सरल और सहज बना देगी की आप प्रेमी हो जाओगे इस जगह के और इस प्रचार के।
गौतम बुद्ध के द्वारा रचित ये विप्पस्सन्ना एक मेडिटेशन है जिसके कोर्सेज कराय जाते है। और यह दुनिया के सबसे बड़े मेडिटेशन सेंटर्स में से एक है जहां आपको प्राकृतिक खूबसूरती के बीच अपने जीवन को समझने का मौका मिलेगा।
घाटण देवी मंदिर
घाटण देवी मंदिर
इगतपुरी के इस मंदिर को घाटण देवी का मंदिर इसलिए कहा जाता है, क्योंकि इगतपुरी गाँव चारों ओर से घाटों से घिरा हुआ है। ऊँट घाटी में बस द्वारा आगे चलने पर आधा किलोमीटर दूर दाएँ हाथ की ओर छोटी-सी सड़क के पार ही घाटण देवी का मंदिर है। मंदिर के पीछे स्थित है त्रिंगलवाड़ी का किला। किले से सटे हुए ही हरिहर, दुर्वर, उतवड व त्र्यंबक के पहाड़ हैं।
स्थानीय लोगों का मानना है ये इगतपुरी के घाटों की रक्षक है इसलिए इनको यहां के स्थानीय लोग अपनी कुलदेवी भी मानते है।
इगतपुरी का जलवायु व मौसम
मानसून मौसम
इगतपुरी में, वर्षा का मौसम उष्ण, दमघोटूं, और बादलों से घिरा हुआ होता है और खुश्क मौसम गर्म और ज़्यादातर साफ होता है। इगतपुरी टूरिज्म का सही मौशम बारिश का होगा क्योंकि इस समय यहां के नजारे और भी बेहतर हो जाते हैं।
एक्टिविटीज और एडवेंचर
इगतपुरी की एक्टिविटीज
ट्रेकिंग, हाइकिंग, माउंटेन क्लाइम्बिंग, व्हाइट वाटर राफ्टिंग आदि जैसी साहसिक गतिविधियों की एक श्रृंखला है इगतपुरी जो छुट्टी को मस्ती, रोमांच और उत्साह से भर देती है इस जगह में सभी प्रकार के यात्रियों और सभी उम्र के यात्रियों के लिए नाटकीय और रोमांचक अवसर दोनों मिल जायेंगे।
इसके अलावा आप यहां के रिजॉर्ट्स का मजा उठा सकते है, यहां के पारंपरिक व्यंजनों और पहाड़ी स्वाद का लुत्फ भी उठा सकते है।
- नौका विहार
- मछली पकड़ना
- रात्रि शिविर
- ट्रैकिंग
- लंबी पैदल यात्रा
- पर्वतारोहण
- व्हाइट वाटर राफ्टिंग
- ध्यान गतिविधियाँ
- स्वादिष्ट व्यंजन का लुत्फ
- रिजॉर्ट्स का आनंद
- नैचुरल स्विमिंग पूल में स्विमिंग इत्यादि।
सारे मजे और वो भी ऐसी जगह पर जिसका नाम आपने अभी तक नहीं सुना हो, नया अनुभव, अनगिनत खोजें, प्राकृतिक सुविधाएं से स्वनिर्मित एक ऐसी जगह भला कैसे नहीं आपको एक अत्यन्त सुखद अनुभव देगी। जहां आपके अंदर की जिज्ञासा का जन्म होगा, जहां आत्ममंथन का मौका मिलेगा, जहां शांति हरियाली के बीच आप कर पाएंगे एडवेंचर और करीब जा पाएंगे एक ऐसी जगह के जो अभी मनुष्यों के बीच बहुचर्चित नहीं है लेकिन वास्तव में एक स्वर्ग है। तो कहिए कब आ रहे है अपने अंदर की जिज्ञासा को बाहर निकालने इगतपुरी के अनदेखे अनसुने सफर पर।
धन्यवाद